Sathi portal : खरीफ सीजन 2025 से साथी पोर्टल के जरिए होगी बीजों की पारदर्शी बिक्री

Sathi portal : केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र में गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बीज उत्पादन से लेकर बिक्री तक की पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए SATHI (बीज प्रमाणीकरण ट्रेसेबिलिटी और समग्र सूची) पोर्टल विकसित किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से बीज उद्योग अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी हो जाएगा।

Table of Contents

साथी पोर्टल का कार्यान्वयन

साथी पोर्टल को दो चरणों (चरण 1 और चरण 2) में क्रियान्वित किया जा रहा है। चरण 1 में, बीज उत्पादक कंपनियों के फार्म पंजीकरण से लेकर प्रमाणित बीजों के खुले स्टॉक प्रमाण पत्र जारी करने तक की पूरी प्रक्रिया को साथी पोर्टल पर डिजिटल रूप से ट्रैक किया जाता है। खरीफ 2023 से महाराष्ट्र राज्य में चरण 1 को सफलतापूर्वक लागू किया गया है।

चरण 2 का महत्व

दूसरे चरण में उत्पादित बीजों का वितरण एवं बिक्री साथी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। महाराष्ट्र में यह प्रक्रिया खरीफ 2024 से शुरू की गई है और खरीफ 2025 से सत्यप्रात बीजों का वितरण और बिक्री पूरी तरह से साथी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। इससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण एवं प्रमाणित बीज सीधे प्राप्त हो सकेंगे तथा बीज वितरण प्रक्रिया पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी।

सत्य का बीज क्या है?

सत्यप्रत बीज निजी बीज उत्पादक संगठनों द्वारा उत्पादित उन्नत किस्मों के बीज हैं। सामान्यतः किसानों को उपलब्ध बीजों में प्रामाणिक बीजों की हिस्सेदारी 70 से 80 प्रतिशत होती है। ये बीज अधिक उत्पादक हैं और किसानों को अच्छा वित्तीय लाभ प्रदान करते हैं।

साथी पोर्टल का उद्देश्य

साथी पोर्टल का मुख्य उद्देश्य बीज वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाना और बीजों की यात्रा की पता लगाने योग्यता सुनिश्चित करना है। इससे नकली, अवधि समाप्त और अनधिकृत बीजों की बिक्री पर प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा। बीज उत्पादन के प्रत्येक चरण – उत्पादन, वितरण और बिक्री – पर पूरी जानकारी उपलब्ध होगी, जिससे किसानों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।

फ़ायदे

साथी पोर्टल के क्रियान्वयन से अनेक लाभ होने की उम्मीद है। बीज उत्पादन कंपनियों, वितरकों और विक्रेताओं के बीच समन्वय बढ़ाकर प्रबंधन को सुगम बनाया जाएगा। अन्य राज्यों में उत्पादित बीजों की महाराष्ट्र में बिक्री को नियंत्रित करना संभव होगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को उचित मूल्य पर विश्वसनीय, गुणवत्तायुक्त बीज उपलब्ध हो सकें। परिणामस्वरूप, किसानों की आय बढ़ेगी और राज्य का कृषि क्षेत्र समग्र रूप से विकसित होगा।

महाराष्ट्र में तैयारियां

महाराष्ट्र राज्य ने केन्द्र सरकार के साथ समन्वय करके सत्यप्रता बीजों की बिक्री और वितरण के लिए एक विशिष्ट प्रणाली विकसित की है। यह व्यवस्था खरीफ 2025 सीजन से पूरे राज्य में लागू कर दी जाएगी। इसलिए, राज्य के सभी किसानों को साथी पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी और विश्वसनीय बीज मिलना शुरू हो जाएगा।

निष्कर्ष

केंद्र सरकार द्वारा विकसित साथी पोर्टल कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने जा रहा है। बीज उत्पादन से लेकर किसानों तक वितरण तक की पूरी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुगम हो जाएगी। इससे किसानों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, उत्पादकता बढ़ेगी और कृषि क्षेत्र का विकास होगा।

अधिक जानकारी यहां पढ़ें.

Leave a Comment